भारत भाग्य विधाता फोरम द्वारा प्रयाग 2025 का आयोजन
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शनिवार 19 जुलाई 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। भारत भाग्य विधाता फोरम द्वारा प्रयाग 2025 का आयोजन भारत मंडपम के प्रतिष्ठित जी 20 समिट हॉल में किया गया। इस मंच की स्थापना मनोस्वास्थ्य और सार्वजनिक नीति क्षेत्र की अग्रणी नवप्रवर्तक सुश्री शिप्रा डावर (जिन्हें पीतांबरा प्रिया शिप्रा के नाम से भी जाना जाता है) ने की है। यह ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन सरकार, उद्योग और नागरिक समाज के प्रमुख नेताओं को एकत्र कर ए आई, मानसिक स्वास्थ्य, कौशल विकास, और समावेशी नवाचार के क्षेत्र में क्रियान्वयन योग्य रोडमैप तैयार करने हेतु आयोजित किया गया। इस अवसर की शोभा बढ़ाई मुख्य अतिथि सुश्री सुजाता सौनिक, आईएएस, अपर मुख्य सचिव, महाराष्ट्र सरकार ने। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने समावेशी नीति ढांचे की आवश्यकता पर बल दिया, जो जमीनी नवाचार, महिला-नेतृत्व विकास और उत्तरदायी ए आई को समाहित करे। इस मौके पर दो राष्ट्रीय पहलों का शुभारंभ किया गया। परमेश्वरी,,यह पहल लैंगिक हिंसा से प्रभावित महिला उत्तरजीवियों के लिए एक समग्र कार्यक्रम है, जिसमें थेरेपी के माध्यम से मनोसामाजिक सहायता के साथ-साथ एआई आधारित व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसका उद्देश्य पहले वर्ष में ही 1,00,000 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाना है, विशेष रूप से अविकसित और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में।
लक्ष्मी,यह पहल भारत के 7 करोड़ स्वयंरोज़गार करने वाले और सूक्ष्म उद्यमियों के लिए डिज़ाइन की गई है, जिसमें उन्हें संदर्भ आधारित ए आई कौशल प्रशिक्षण, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स तक पहुंच, और नीतिगत सहयोग प्रदान किया जाएगा। इसका लक्ष्य 2030 तक $1 ट्रिलियन जीडीपी योगदान के माध्यम से ए आई संचालित सूक्ष्म-उद्यमिता को बढ़ावा देना है। प्रयाग टेक्नोलॉजी, टैलेंट और ट्रिलियन नवाचार, भागीदारी और जमीनी क्रियान्वयन के माध्यम से प्रभाव उत्पन्न करना वहीं,भागीदारी: नीति आयोग, एनसीडब्लू, कौशल विकास मंत्रालय मेइटी सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी एवं माइक्रोसॉफ्ट, लोयड्स तथा प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से वैश्विक प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। महिला-नेतृत्व वाले एआई नवाचार, डिजिटल कौशल प्लेटफ़ॉर्म और सार्वजनिक स्वास्थ्य तकनीक संवाद: उत्तरदायी एआई डिजिटल सार्वजनिक संसाधन और जलवायु-संवेदनशील उद्यमिता पर सत्र बीबीवी फोरम,एआई की संस्थापक और सीईओ सुश्री शिप्रा डावर ने कहा,“प्रयाग केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि एक आह्वान है। लक्ष्मी और परमेश्वरी के माध्यम से हम ऐसी राष्ट्रीय पहलें स्थापित कर रहे हैं जो करुणा, तकनीक और वास्तविक आर्थिक सशक्तिकरण पर आधारित हैं। यह भारत का समय है,समावेशी, ए आई -समर्थित विकास के माध्यम से दुनिया का नेतृत्व करने का।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें