हर्ष मल्होत्रा ने यशोदा मेडिसिटी और इंट्यूटिव में डुअल बे रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी प्रशिक्षण केंद्र का किया उद्घाटन

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, सोमवार 14 जुलाई  2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। रोगियों के इलाज और देखभाल में उत्कृष्टता के लिए मशहूर यशोदा मेडिसिटी ने न्यूनतम इनवेसिव देखभाल और रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी में वैश्विक अग्रणी इंट्यूटिव के साथ साझेदारी में इंदिरापुरम, गाजियाबाद में एक अत्याधुनिक रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी (आरएएस) प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया है। इस अत्याधुनिक केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री, श्री हर्ष मल्होत्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, श्री सुनील शर्मा की उपस्थिति में किया। यह प्रशिक्षण केंद्र शल्य चिकित्सकों (सर्जन) और देखभाल टीमों को यूरोलॉजी, स्त्री रोग, सामान्य शल्य चिकित्सा जैसी विभिन्न विशेषज्ञताओं में रोबोटिक-सहायता प्राप्त सर्जरी के कौशल से लैस करेगा। यशोदा मेडिसिटी, इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद और इंट्यूटिव की इस साझेदारी का उद्देश्य उन्नत टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण प्रदान कर और देश भर में एक मजबूत, भविष्योन्मुख सर्जिकल पारितंत्र विकसित कर भारत में रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी को बढ़ावा देना है। डुअल-बे कॉन्फिगरेशन को समानांतर सत्रों और बेहतर सहयोगी शिक्षण के ज़रिये प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है, ताकि सर्जिकल टेक्नोलॉजी के प्रशिक्षण के उच्च मानकों को कायम रखते हुए अधिक पेशेवरों को कुशलतापूर्वक प्रशिक्षित करना संभव हो। यह केंद्र एक ऐसा गहन प्रशिक्षण अनुभव प्रदान करना चाहता है जो मानकीकृत शिक्षण, प्रक्रियाओं में निरंतर कौशल विकास और व्यावहारिक अभ्यास का समर्थन करता हो।

यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. पी.एन. अरोड़ा ने कहा यशोदा मेडिसिटी के लिए यह गर्व भरा ऐतिहासिक क्षण है। डुअल-बे रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने वाले भारत के चुनिंदा अस्पतालों में शामिल होना, भारतीय स्वास्थ्य सेवा में वैश्विक स्तर की बेहतरीन प्रथाओं को शामिल करने के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह केंद्र कुशल सर्जनों को प्रशिक्षित करने और शल्य चिकित्सा के मानकों को नई ऊंचाई पर तक ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। हम ऐसे उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए कटिबद्ध हैं, जिससे तेज़ प्रगति हो और रोगियों के इलाज का भविष्य उज्जवल हो।

यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की प्रबंध निदेशक, डॉ. उपासना अरोड़ा ने कहा यह कार्यक्रम शल्य चिकित्सा देखभाल में सुधार और बेहतर उपचार को व्यापक रूप से उपलब्ध कराकर 'हील इन इंडिया' पहल का समर्थन करने के हमारे साझा लक्ष्य को दर्शाता है। इस रोबोटिक-असिस्टेड सर्जिकल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना भारत को उच्च-गुणवत्ता, न्यूनतम इनवेसिव (चीर-फाड़) प्रक्रियाओं के लिए वैश्विक गंतव्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम ताज़ातरीन टेक्नोलॉजी के ज़रिये चिकित्सकों को सशक्त बनाकर और शल्य चिकित्सा क्षमताओं को बढ़ाकर भारत और विदेश के रोगियों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं और साथ ही देश के उभरते स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में सार्थक योगदान देना चाहते हैं।

इंट्यूटिव की कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. मिरियम क्यूरेट ने नए प्रशिक्षण केंद्र के बारे में अपनी टिप्पणी में कहा इंट्यूटिव में हमारा मानना है कि सर्जनों को उचित उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान करना, रोगियों को बेहतर इलाज प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है। यशोदा मेडिसिटी के साथ मिलकर तैयार किया गया यह नया प्रशिक्षण केंद्र, भारत में आरएएस टेक्नोलॉजी प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। इंट्यूटिव इंडिया के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक, रोहित महाजन ने कहा, "नया प्रशिक्षण केंद्र, यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के साथ हमारे साझा दृष्टिकोण का अंग है। इसका उद्देश्य है रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी तक पहुंच का विस्तार करना, रोगियों के इलाज के परिणामों में होने वाले फर्क को कम करना और अंततः रोगियों को तेज़ी से ठीक होने, कम परेशानी और बेहतर जीवन स्तर प्रदान में योगदान देना। हमें भारत के पहले ड्युअल बे प्रशिक्षण केंद्र में अपने सर्जनों को दा विंची टेक्नोलॉजी के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए यशोदा के साथ इस सहयोग पर गर्व है।

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