रुनया ने CSR पहल को किया विस्तार
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शनिवार 2 अगस्त 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), सिलवासा। सतत भविष्य की और नवाचार पर केंद्रित अग्रणी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी रुनया ने अपनी CSR पहल रुनया रीच के अंतर्गत प्रोजेक्ट लाडली का विस्तार करते हुए जमीनी स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान और भी मजबूत किया है। इस पहल के तहत रुनया के टेलीकॉम-ग्रेड FRP और ARP व्यवसाय की अगुवाई में दादरा और नगर हवेली के एक सरकारी स्कूल में पुस्तक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ओडिशा में पहले सफलतापूर्वक स्कूल नवीनीकरण कार्यक्रमों के आधार पर अब प्रोजेक्ट लाडली का विस्तार राजस्थान, दादरा और नगर हवेली जैसे कम सेवायुक्त क्षेत्रों तक किया जा रहा है, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में दीर्घकालिक और सकारात्मक प्रभाव हो। हाल ही में सिलवासा में आयोजित इस अभियान के दौरान प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक वर्गों के बच्चों को विषय आधारित पुस्तकों का वितरण किया गया। साथ ही, बच्चों के लिए शिक्षा पर केंद्रित गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। इस प्रयास का उद्देश्य शिक्षा को सभी के लिए सुलभ और समावेशी बनाना है। यह कार्यक्रम 300 छात्रों और स्कूल स्टाफ को सीधे लाभान्वित करते हुए 620 से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करने में सफल रहा। आने वाले महीनों में इस पहल का और विस्तार करते हुए 750 से अधिक लोगों तक सीधा लाभ पहुँचाने और कुल 1,200 से अधिक व्यक्तियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का लक्ष्य है। इस अवसर पर जिला पंचायत और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस प्रकार की कॉर्पोरेट सहभागिता को जमीनी स्तर पर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण बताया।
रुनया के टेलीकॉम-ग्रेड FRP और ARP व्यवसाय के CEO, विवेक राज ने कहा रुनया में हम अपने व्यवसाय को सामूहिक प्रगति का साधन मानते हैं। प्रोजेक्ट लाड़ली के माध्यम से, हम उन बाधाओं को दूर कर रहे हैं जो बच्चों की क्षमता को सीमित करती हैं — और उन्हें आशा, अवसर और एक उज्ज्वल भविष्य प्रदान कर रहे हैं। यह पुस्तक वितरण अभियान हमारे इस विश्वास को दर्शाता है कि शिक्षा कभी भी संसाधनों या पहुँच की कमी से रुकनी नहीं चाहिए। जैसे-जैसे हम ओडिशा, दादरा और नगर हवेली तथा राजस्थान जैसे राज्यों में अपनी पहल का विस्तार कर रहे हैं, हमारा उद्देश्य ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ बच्चे सपने देखें, सीखें और आगे बढ़ें।
शिक्षा विभाग, दादरा और नगर हवेली के एक अधिकारी ने कहा प्रोजेक्ट लाडली जैसी पहल केवल किताबों का वितरण भर नहीं है। यह समुदाय में शिक्षा के महत्व को दोबारा स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। रुनया द्वारा इस तरह की सकारात्मक भागीदारी से न केवल छात्र, बल्कि उनके परिवार भी शिक्षा के प्रति जागरूक और प्रेरित हो रहे हैं। हम आशा करते हैं कि यह प्रयास इसी तरह आगे भी जारी रहेगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें