केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने 7वें आईसीएसई में मोबियस फाउंडेशन के प्रयासों की किया सराहना
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शनिवार 20 सितम्बर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने 7वें अंतर्राष्ट्रीय सतत विकास शिक्षा सम्मेलन (आईसीएसई) के उद्घाटन समारोह में एक विशेष भाषण दिया। मोबियस फाउंडेशन द्वारा यूनेस्को, यूएनईपी, सीईई, आईयूसीएन और अन्य पर्यावरण एवं शैक्षिक एजेंसियों के साथ साझेदारी में आयोजित यह कार्यक्रम 17 सितंबर को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसमें हरित अर्थव्यवस्था में हरित कौशल और युवा नेतृत्व के विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया। अपने संदेश में, उन्होंने कहा भारत जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ने के लिए अभूतपूर्व कदम उठा रहा है। पेरिस समझौते के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होगी। आईसीएसई जैसे मंच इस यात्रा में उत्प्रेरक का काम करते हैं। उन्होंने मोबियस फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा समावेशीपन हरित अर्थव्यवस्था में सतत विकास की आधारशिला है। मोबियस फाउंडेशन की पहल—विशेष रूप से अपने ज्ञान कन्या शक्ति कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और प्रोजेक्ट आकार के माध्यम से जनसंख्या वृद्धि को स्थिर करने में, जिससे 1.5 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं—एक लचीली हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए सराहनीय और आवश्यक हैं।
मोबियस फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रदीप बर्मन ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा जैसे-जैसे भारत अपने शुद्ध-शून्य कार्बन लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, स्थिरता शिक्षा न केवल प्रासंगिक बल्कि आवश्यक भी हो गई है। वर्षों से, आईसीएसई नवाचार का एक ऐसा केंद्र बन गया है जहाँ विचारों को व्यावहारिक समाधानों में ढाला जाता है। इस वर्ष की थीम 'हरित नौकरियां' युवाओं को हरित अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने की तात्कालिकता पर जोर देती है। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा को रोजगार के साथ जोड़ना होगा कि हमारा विकास पृथ्वी के साथ सामंजस्य बनाए रखे।
भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास मुख्य अतिथि थे। उन्होंने हरित शिक्षा को व्यापक रूप से अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया स्थायित्व शिक्षा को लंबे समय से नज़रअंदाज़ किया जाता रहा है, लेकिन मोबियस फ़ाउंडेशन इस क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य कर रहा है। जहाँ सरकार सतत विकास और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए अथक प्रयास कर रही है, वहीं शिक्षा प्रगति में तेज़ी लाने की कुंजी बनी हुई है। आज, भारत कई विकसित देशों को पीछे छोड़ते हुए, वैश्विक स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। निरंतर प्रयासों के साथ, हमारा लक्ष्य 30 लाख से ज़्यादा हरित रोज़गार सृजित करना और जल्द ही अपने शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुँचना है। उद्घाटन समारोह के बाद जलवायु नेतृत्व, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा संचालित पर्यावरणीय नवाचार, स्थिरता शिक्षा और हरित उद्यमिता जैसे विषयों पर गहन विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएँ हुईं। इस कार्यक्रम में श्री बर्मन और अन्य विशिष्ट अतिथियों के नेतृत्व में एक सार्वजनिक स्थिरता प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया।
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