एफएसआईई फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो का 8वां संस्करण आयोजित
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शुक्रवार 12 सितम्बर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। एफएसआईई फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो का आठवां संस्करण आज से राजधानी के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में बड़े ही दमदार तरीके से आरम्भ हुआ। यह 11-13 सितंबर तक चलने वाला तीन दिवसीय कार्यक्रम होगा। इस सम्मेलन के हिस्से के रूप में भारत के फायर एंड सिक्योरिटी उद्योग के दिग्गज एक मंच पर आए, उन्होंने अपने संबोधनों के माध्यम से सबको मंत्रमुग्ध किया और साथ ही उद्योग जगत के दिग्गजों व विशेषज्ञों ने उद्योग के खतरों से निपटने की नवीन रणनीतियों पर पैनल चर्चाएँ भी कीं। इस एक्सपो में फिशर, होंडा, हनीवेल, पैनासोनिक, इसुजु, ब्रिस्टल, सीपी प्लस आदि जैसे 169 ब्रांडों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, साथ ही 10,000 से अधिक उद्योग-विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया। उद्घाटन दिवस तेलंगाना आपदा प्रतिक्रिया और अग्निशमन सेवा के महानिदेशक श्री वाई. नागी रेड्डी इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। श्री सुनील कुमार झा (आईपीएस) - महानिदेशक, अग्निशमन सेवाएं, नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड, गृह मंत्रालय, भारत सरकार; श्री अरविंद कुमार - वैज्ञानिक एच एवं निदेशक सीएफईईएस-डीआरडीओ; श्री रोमिल बनिया आईपीएस - उप महानिदेशक, अग्निशमन सेवाएं, नागरिक सुरक्षा, होम गार्ड, गृह मंत्रालय, भारत सरकार; श्री संतोष वारिक - निदेशक, महाराष्ट्र अग्निशमन सेवाएं एवं सीएफओ सह एफए एमआईडीसी; डॉ. डी के शमी - पूर्व अग्नि सलाहकार - भारत सरकार एवं सलाहकार फायर इंजीनियरिंग डीएलएफ; श्री संजय सिंह - निदेशक, एआरसीओपी एसोसिएट्स; डॉ. समीर सक्सेना - सदस्य, ग्लोबल एसोसिएशन फॉर कॉर्पोरेट सर्विसेज (जीएसीएस); श्री श्रीनिवास वल्लूरी - राष्ट्रीय अध्यक्ष एफएसएआई सहित कई अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की।
मुख्य अतिथि श्री वाई. नागी रेड्डी महानिदेशक, तेलंगाना आपदा प्रतिक्रिया और अग्निशमन सेवाएँ ने तेलंगाना में सुरक्षा के वर्तमान परिदृश्य के बारे में बात की, “गैर-ऊँची इमारतों के अग्नि सुरक्षा मुद्दों को 'सुरक्षित भारत' की ओर बढ़ने के लिए ध्यान में रखा जाना चाहिए। पिछले एक साल में हम सरकार को यह समझाने में सक्षम रहे हैं कि हमें गैर-ऊँची इमारतों और आवासीय भवनों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए। एफएसएआई ने अपने विशेषज्ञों को उन इमारतों में कुछ प्रमुख उपायों को शामिल करने के लिए कहा है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही हम राज्य में जुड़े नियमों के साथ आएंगे और अग्नि सुरक्षा प्रणाली डिजाइनिंग के साथ जुड़े अनूठे सॉफ्टवेयर का उपयोग करेंगे। विचार यह है कि अग्निशमन उद्योग के सभी विभागों में एक समान परिचालन मानक हों। हम अग्नि ऑडिट, अग्नि और विद्युत सुरक्षा उपायों का निरीक्षण, निवारक उपाय, दस हजार से अधिक जागरूकता कार्यक्रम और आंतरिक और बाह्य प्रशिक्षण आयोजित कर रहे हैं।
एफएसआईई फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो के बारे में बोलते हुए, एफएसएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्रीनिवास वल्लूरी ने कहा एक्सपो के इस आठवें संस्करण में हमें न केवल उद्योगों के खतरों के शमन हेतु विकासशील रणनीतियों के बारे में जानने को मिलेगा, बल्कि इन खतरों की संभावनाओं को कम करने के लिए क्रॉस फंक्शनल डोमेन और प्रौद्योगिकियों का अनोखा मेल भी देखने को मिलेगा।"
उद्घाटन समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई जिसके बाद श्री श्रीनिवास वल्लूरी - एफएसएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वागत संबोधन दिया; उसके बाद श्री सुनील कुमार झा (आईपीएस) - महानिदेशक, अग्निशमन सेवाएं, नागरिक सुरक्षा एवं होम गार्ड, गृह मंत्रालय, भारत सरकार और फिर श्री अरविंद कुमार – निदेशक, सीएफईईएस-डीआरडीओ ने उद्घाटन संबोधन दिया।
अपने उद्घाटन भाषण में, सीएफईईएस-डीआरडीओ के निदेशक श्री अरविंद कुमार ने कहा हमें इस दशक का उपयोग एक विकसित देश बनने में करना चाहिए, जिसके लिए हमें सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। सभी तकनीकें पहले रक्षा क्षेत्र में विकसित की जाती हैं और फिर नागरिक क्षेत्र में आती हैं। डीआरडीओ निजी क्षेत्र में भी अवसर खोल रहा है। जैसे-जैसे अन्य स्थानों पर तकनीक विकसित होती है, वैसे-वैसे अधिक अनिवार्य नियम बनते हैं और तकनीक का अग्नि पर भी प्रभाव पड़ता है। हम एक अग्नि अनुसंधान सोसाइटी की शुरुआत कर रहे हैं और सभी से अग्नि के क्षेत्र में अनुसंधान करने का आग्रह करते हैं। इसके बाद पैनल चर्चाओं के माध्यम से 'हाई-राइज फायर एंड लाइफ सेफ्टी के लिए नवाचार और हस्तक्षेप', 'डिजाइन टू अप्रूवल - आर्किटेक्ट्स, कंसल्टेंट्स और फायर अथॉरिटीज के बीच की खाई को पाटना' और 'ग्लोबल सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर' जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की गई। सत्रों के प्रमुख पैनलिस्टों में श्री रोमिल बनिया आईपीएस - उप महानिदेशक, अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा, होम गार्ड, गृह मंत्रालय, भारत सरकार; श्री संतोष वारिक - निदेशक, महाराष्ट्र अग्निशमन सेवा और सीएफओ सह एफए एमआईडीसी; डॉ. डी के शमी - पूर्व अग्नि सलाहकार - भारत सरकार एवं सलाहकार फायर इंजीनियरिंग डीएलएफ; श्री संजय सिंह - निदेशक, एआरसीओपी एसोसिएट्स; डॉ. समीर सक्सेना - सदस्य, ग्लोबल एसोसिएशन फॉर कॉर्पोरेट सर्विसेज (जीएसीएस) सहित कई अन्य प्रमुख गणमान्य भी शामिल हुए।
दूसरे और तीसरे दिन भी कुछ अन्य प्रतिष्ठित पैनलिस्ट इन चर्चाओं में भाग लेंगे जो 'महत्वपूर्ण अवसंरचनाओं की सुरक्षा में ड्रोन और एंटी-ड्रोन प्रौद्योगिकियां’; 'उच्च-खतरनाक उद्योग में प्रक्रिया सुरक्षा घटनाएं अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा सुरक्षा के विकास का समय भविष्य की मांग'; 'नए स्मार्ट विकासों में अग्नि एवं सुरक्षा अवसंरचना को एकीकृत करने के लिए सहयोगात्मक रणनीतियाँ'; 'कोड के माध्यम से विश्वास का निर्माण - एनबीसी एवं अग्नि सुरक्षा का भविष्य' पर अपने बहुमूल्य विचार साझा करेंगे। श्नाइडर इलेक्ट्रिक, रॉकवूल, केपीटी पाइप्स सहित कुछ अन्य कंपनियां मुख्य रूप से एफएसआईई फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो का प्रायोजन कर रही हैं। फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया का परिचय: फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएसएआई) 2002 में स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है जो अग्नि सुरक्षा, जीवन सुरक्षा, भवन स्वचालन, हानि निवारण और जोखिम प्रबंधन जैसे क्षेत्रों के लिए समर्पित रूप से कार्य करता है। एफएसएआई भारत और दुबई के प्रमुख शहरों में 24 शाखाओं के माध्यम से अपना परिचालन करने के साथ-साथ भारत को एक 'सुरक्षित भारत' बनाने के लक्ष्य के अनुरूप भारतीय अग्नि एवं सुरक्षा उद्योग को सशक्त बनाने हेतु सरकार और अन्य सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करता है। एफएसएआई अग्नि सुरक्षा एवं सुरक्षा प्रणालियों को बढ़ावा देता तथा भारत के सभी नागरिकों में सुरक्षित जीवन जीने का भाव जगाता है।
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