इंश्योरेंसदेखो से जुड़कर पंकज सिंह ने बदली ज़िंदगी

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, वीरवार 25 अप्रैल 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), गुरुग्राम। भारत की प्रमुख इंश्योरटेक कंपनियों में से एक इंश्योरेंसदेखो (ID - आईडी) बीमा को अधिक सुलभ और सरल बनाकर न केवल लोगों को आर्थिक रूप से जागरूक बना रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी दे रही है। बीमा की प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ-साथ यह डिजिटल प्लेटफॉर्म अपने एजेंट पार्टनर्स को आजीविका का अवसर भी उपलब्ध करा रही है। इसी पहल से जुड़ी एक प्रेरणादायक कहानी है दिल्ली के पंकज सिंह की, जो पेशे से एक डांसर और कोरियोग्राफर हैं। पंकज सिंह का सफर दिखाता है कि सही मौका मिलने से मुश्किल घड़ी में भी कैसे उम्मीद जाग सकती है। महामारी में अपने दोनों पैरेंट्स को खोने के बाद पंकज के भविष्य में अनिश्चितता थी। उनका कोई मार्गदर्शक नहीं था, और उनके डांस करियर में ठहराव आ गया था। पंकज अपने भाई के साथ रहते थे, अपने पैरेंट्स की अनुपस्थिति से दुखी थे और नई जिम्मेदारियों से परेशान थे। उन्हें पता नहीं था कि अब कौन-सा रास्ता चुनना है, लेकिन दोबारा खड़े होकर अपनी ज़िंदगी बनाने के लिए वह संकल्पित थे।

जब कोविड-19 महामारी आई थी, तब दुनिया थम-सी गई थी। कोरियोग्राफी से होने वाली आय उनके लिए पर्याप्त नहीं थी। इवेंट नहीं हो रहे थे और उनकी आमदनी रुक सी गई थी। तब उन्हें यह बात समझ में आई कि आमदनी का दूसरा स्रोत विलासिता नहीं, बल्कि आवश्यकता भी हो सकता है। उन्होंने यह भी समझा कि अच्छी डिग्री या कौशल से उन्हें ज्यादा आर्थिक स्थिरता मिल सकती है। महामारी ने नम्रता से ही सही, पर बात बखूबी समझा दी। इन विचारों से जूझते हुए, श्री सिंह ने इंश्योरेंसदेखो का एक विज्ञापन देखा और जाना कि यह प्लेटफॉर्म ज़िंदगियों को बदल रहा है। उस विज्ञापन में बताया गया था कि कोई भी किस तरह से बीमा सलाहकार बनकर स्थायी आमदनी कमा सकता है। शुरुआत में श्री सिंह को संदेह हुआ, क्योंकि उन्हें बीमा या उसके प्रोडक्ट्स की कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन वह दूसरी आमदनी से अपने भविष्य को सुरक्षित करने का विचार नहीं छोड़ सकते थे। उन्होंने भरोसा रखकर एक कदम बढ़ाने का फैसला किया और इंश्योरेंसदेखो में सलाहकार बन गए। शुरुआत में उन्हें परेशानी हुई। उन्हें बीमा के बारे में कुछ पता नहीं था। बीमा कैसे काम करता है, उसके प्रोडक्ट कैसे होते हैं और शब्दावली भी उनके लिए नई थी। लेकिन श्री सिंह अपनी किस्मत बदलना चाहते थे। वह इंश्योरेंसदेखो के हर ऑनलाइन ट्रेनिंग सेशन में शामिल हुए। उन्होंने ट्यूटोरियल्स देखने, लेख पढ़ने में घंटों बिताए और वह यूट्यूब पर भी सर्चिंग करते रहते थे, ताकि बीमा उद्योग के बारे में सब-कुछ जान सकें। धीरे-धीरे, लेकिन निश्चित तौर पर उन्होंने बीमा व्यवसाय को समझना शुरू किया।

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