आतंकवादियों के सरपरस्त चन्दचूड़ को मुख्य न्यायधीश बनाने की गलती ने पहलगांव हत्याकाण्ड कराया : मुकेश जैन

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, वीरवार 24 अप्रैल 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। धर्मरक्षक श्री दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन की अध्यक्षता में हुइ्र हिन्दू संगठनों की बैठक में पहलगांव में हुए आतंकी हमले को नृशंस और मानवता को शर्मशार करने वाला बताया। जिस प्रकार से चुन-चुन कर हिन्दुओं को मारा गया वह निश्चय ही देश में एक बड़ा गृह युद्ध करवाने की साजिश है। जिसका सूत्रधार भारत का सर्वोच्च न्यायालय है। जिसके तत्कालीन मुख्य न्यायधीश धनंजय यशवन्त चन्द्रचूड़ ने भारत सरकार को आदेश देकर शान्ति की ओर लौट रहे अपरिपक्व कश्मीर में चुनाव करवाकर उसे हिंसक बनाया। इन्हीं सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों ने कश्मीर के पत्थरबाजों पर सेना को गोली चलाने से रोककर न केवल कश्मीर को अशान्त बनाये रखा था बल्कि चुप्पी साधकर लाखों कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से अपनी देख रेख में भगवा दिया। बैठक में दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने कहा कि पहलगांव में हिन्दुओं की पैशाचिक हत्या की साजिश सर्वोच्च न्यायालय में बैठे सी आई ए और फोर्ड फाउन्डेशन के टुकड़ों पर पल रहे प्रशान्त भूषण, इंदिरा जय सिंह, कपिल  सिब्बल, दुष्यन्त दवे जैसे नक्सली ईसाइ्र आतंकवादी वकीलों ने रची और सी आई ए की ऐजेन्ट तीस्ता जावेद शीतलवाड़ को रातोरात छोड़ने वाले जज डी वाई चन्द्रचूड़ ने इनके लिखे फैसले को पढ़कर कश्मीर के पहलगांव का खूनी खेल खेला। 26 हिन्दुओं की हत्या करवाने के बाद यह पूरा गिरोह अपने खूनी पंजे समेटकर शान्त बैठा हुआ है। अब 34 में से एक भी सर्वोच्च न्यायालय का जज स्वतः सज्ञान भी नहीं लेगा।

हिन्दू संगठनों ने एक स्वर में महामहिम राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वें सर्वोच्च न्यायालय जजों की नियुक्ति में संविधान के अनुच्छेद 124.2 का पालन करे और मुख्य न्यायधीश संजीव कुमार खन्ना को अपने सामने तलब करके पूछे कि जब संविधान ने तुम्हे मना किया कि मुख्य न्यायधीश की नियुक्ति में महामहिम राष्ट्रपति को सलाह नही दोगे तो तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई बी आर गवई को अपना उत्तराधिकारी बताकर उसके नाम की सिफारिश करने की। महामहिम राष्ट्रपति को इस मामले में हाल ही पूर्व मुख्य न्यायधीश रंजन कुमार गोगई और सांसद निशिकान्त दुबे का ब्यान भी ध्यान में रखना चाहिये कि कैसे सर्वोच्च न्यायालय के जज गृहयु़द्ध करवा रहे हैं और प्रदूषण न होने के बावजूद भी दीपावली के पटाखों पर रोक लगाकर और तूतीकोरन की ताम्बा फैक्ट्री को बन्द कराकर देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर रहे हैं। 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया से निलंबित पूर्व अध्यक्ष एस.कुमार ने गैर कानूनी तरिके से किया सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का विस्तार, जल्द होगी कानूनी कार्यवाही

दुबई में सोनाली बुधरानी बनीं हॉटमॉंड मिसेज इंडिया वर्ल्डवाइड 2025 की विजेता

श्रीमती ज्योति बनी सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया टोरंटो चैप्टर की अध्यक्षा