HCL फाउंडेशन ने HCL टेक ग्रांट सिम्पोजियम श्रृंखला के 11वें संस्करण का किया समापन

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, मंगलवार 15 जुलाई 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), गौतमबुद्धनगर। भारत में वैश्विक तकनीकी कंपनी HCL टेक की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहलों के लिए जिम्मेदार HCL फाउंडेशन ने HCL टेक ग्रांट की पैन-इंडिया सिम्पोजियम श्रृंखला के 11वें संस्करण का नई दिल्ली में सफलतापूर्वक समापन किया। समापन सिम्पोजियम का विषय ‘नीति से व्यवहार की ओर: नागरिक समाज की भूमिका’ था, जिसमें 400 एनजीओ ने भाग लिया। इस वर्ष की श्रृंखला आठ शहरों — अहमदाबाद, जोधपुर, गंगटोक, बेंगलुरु, रांची, पुणे और भोपाल — से होकर गुजरी और नई दिल्ली में समापन हुआ, जिसमें 1,700 से अधिक हितधारकों ने भाग लिया। इसमें एनजीओ, विषय विशेषज्ञ, सरकारी प्रतिनिधि और सामुदायिक नेता शामिल रहे जो सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रत्येक शहर में जमीनी विकास, पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक पहलों और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न सीएसआर विषयों पर केंद्रित चर्चा हुई।। 11वें संस्करण से HCL टेक ग्रांट कार्यक्रम ने ग्रामीण विकास के अपने फोकस का विस्तार किया और वार्षिक बजट को 45% बढ़ाकर ₹24 करोड़ कर दिया है। अब विजेता एनजीओ को चार वर्षीय परियोजनाओं के लिए ₹5 करोड़ मिलते हैं, जबकि आठ रनर-अप को दो वर्षों के लिए ₹50 लाख की राशि दी जाती है। इस बढ़े हुए सहयोग में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवर्तित जैव विविधता श्रेणी और नई शामिल की गई जल श्रेणी को कवर किया गया है, जिसका उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना और समुदाय आधारित समाधानों को प्रोत्साहित करना है। स्थापना के बाद से 10 वर्षों में इस कार्यक्रम ने 22 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 131 जिलों में 59 प्रभावशाली परियोजनाओं के लिए ₹152.8 करोड़ का योगदान दिया है, जिससे 22 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है।

HCL टेक की एसवीपी, ग्लोबल सीएसआर और HCL फाउंडेशन की निदेशक डॉ. निधि पुंधीर ने कहा वर्षों से HCL फाउंडेशन ने HCL टेक ग्रांट के माध्यम से परिवर्तनकारी बदलाव के लिए एक समावेशी और न्यायसंगत पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में कार्य किया है। इस वर्ष हमने पर्यावरण श्रेणी के तहत जल को एक महत्वपूर्ण उप-श्रेणी के रूप में प्राथमिकता दी है — क्योंकि यह समुदायों और पारिस्थितिकी प्रणालियों की जीवनरेखा है। जल संकट, प्रदूषण और स्वच्छ जल तक पहुंच की चुनौतियों से जूझ रहे एनजीओ से मिले जबरदस्त प्रतिक्रिया से हम अत्यंत प्रेरित हुए हैं। दिल्ली में ही कई जल-केंद्रित संगठनों की भागीदारी से यह स्पष्ट है कि हम इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में मापनीय प्रभाव उत्पन्न करने के लिए तैयार हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया से निलंबित पूर्व अध्यक्ष एस.कुमार ने गैर कानूनी तरिके से किया सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का विस्तार, जल्द होगी कानूनी कार्यवाही

दुबई में सोनाली बुधरानी बनीं हॉटमॉंड मिसेज इंडिया वर्ल्डवाइड 2025 की विजेता

श्रीमती ज्योति बनी सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया टोरंटो चैप्टर की अध्यक्षा