न्यायधीश पारदीवाला और आर महादेवन तत्काल त्यागपत्र दे : हिन्दू संगठन
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शनिवार 22 नवंबर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा जी की अध्यक्षता में हुई हिन्दू संगठनों की बैठक में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा महामहिम राष्ट्रपति जी के 14 सवालों के जवाबों की समीक्षा की गई। बैठक में श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आई आई टी एन पारंगत विधिवेता श्री मुकेश जैन की प्रशंसा की कि उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के 14 सवालों के 4 पेज में जितने अच्छे और सटिक जवाब महामहिम राष्ट्रपति को भेजे थे, उनके सामने सर्वोच्च न्यायालय के 111 पेज के जवाब लम्बे अस्पष्ट और महामहिम को गुमराह करने वाले हैं। श्री मुकेश जैन ने 4 माह पहले ही 2 घन्टे का समय लगाकर न्यायधीश जे बी पारदीवाल और आर महादेवन को गलत साबित कर दिया था। जबकि सर्वोच्च न्यायालय के 5 जजों ने सरकार के करोड़ों रुपयों और सर्वोच्च न्यायालय के 10 दिन को बर्बाद करके निष्कर्ष निकाला कि न्यायधीश जे बी पारदीवाला और आर महादेवन ने अपने फैसले में संविधान का उल्लंघन किया।
बैठक में अटल जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बम बम महाराज ने महामहिम राष्ट्रपति जी से अनुरोध किया कि वें संविधान विरोधी फैसला देने वाले दोनों जजो को अपने पास बुलाकर कड़ी फटकार लगाये। श्री बम बम महाराज ने कहा कि जब हम कोई गलती करते थे तो मास्टर जी हमें मुर्गा बनाकर सजा देते थे। संजय गांधी भी उच्च और उच्चतम न्यायालय के जजों को मुर्गा बनाकर सजा देते थे। ऐसा स्वामी ओम जी ने बताया था। बैठक में हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विष्णु गुप्ता ने कहा कि संविधान से खिलवाड़ करने वाले इन दोनो जजों का अपराध क्षमा करने योग्य नहीं है। इन जजों में जरा भी शर्म बाकी है तो इन्हें त्यागपत्र देकर चुल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना चाहिये। हिन्दू संगठनों ने महामहिम राष्ट्रपति जी से अनुरोध किया कि यदि यें दोनों जज स्वयं त्यागपत्र नहीं देते तो इन दोनों जजों से सारी फाइले वापिस वापिस लेकर इन्हें खाली बैठा दिया जाये। इन्हे सर्वोच्च न्यायालय में काम देना अन्याय को बढ़ावा देना है।



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