टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के छात्रों ने रचा कीर्तिमान

 

शब्दवाणी सम्माचार टीवीसोमवार 1 दिसंबर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), बेंगलुरु। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने आज घोषणा की कि उसके प्रशिक्षण केंद्र—टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई)—के छात्रों ने प्रतिष्ठित जनाटिक्स ऑटोमेशन स्किल चैलेंज 2025 में पहला और दूसरा स्थान हासिल करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यह राष्ट्रीय स्तर की दो-दिवसीय प्रतियोगिता 12 और 13 नवंबर को जेएसपीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे में आयोजित हुई, जिसमें देशभर के इंजीनियरिंग, डिप्लोमा और आईटीआई संस्थानों से 2,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के राष्ट्रीय चरण में केवल 12 टीमें चुनी गईं, जिनमें से 3 टीमें टीटीटीआई की थीं जो इस उपलब्धि को और उल्लेखनीय बनाती है। इनमें टाइटन्स टीम (पुनीत कुमार, अजय बारिक और भास्कर जी. नरसिंगोल) ने प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं वॉरियर्स टीम (अंकिता पूजारी, शीथल ए. और प्रथम एस.आर.) ने दूसरा स्थान अर्जित किया और साथ ही ‘बेस्ट प्रेज़ेंटेशन अवॉर्ड’ भी जीता। विजेताओं को के. गणपति सुब्रमण्यम (एवीपी टेक्निकल, जनाटिक्स), सुधाकर गुडिपाटी (वीपी  बजाज ऑटो लिमिटेड) और चार्बेल नासर (प्रेसिडेंट फैमिक टैक्नोलॉजीज़) द्वारा सम्मानित किया गया।

टीकेएम ने कौशल विकास को उद्योग आवश्यकताओं और आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों से जोड़ते हुए एक मजबूत प्रशिक्षण ढांचा विकसित किया है। वर्ष 2007 में टीकेएम के बिदादी प्लांट में स्थापित टीटीटीआई इस दृष्टिकोण का महत्वपूर्ण स्तंभ है। तीन-वर्षीय पूर्ण आवासीय पाठ्यक्रम के माध्यम से संस्थान ग्रामीण युवाओं को तकनीकी शिक्षा, व्यवहारिक प्रशिक्षण और व्यक्तित्व विकास का अवसर प्रदान करता है। अब तक 1,400 से अधिक विद्यार्थी यहाँ से स्नातक हो चुके हैं और अधिकांश प्रतिष्ठित उद्योगों में सफलतापूर्वक कार्यरत हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिताओं में टीटीटीआई छात्रों का नियमित उत्कृष्ट प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि संस्थान में दिया जाने वाला प्रशिक्षण न केवल व्यवहारिक और उद्योग-अनुकूल है, बल्कि भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप भी है। यह उपलब्धि न सिर्फ इन छात्रों की प्रतिभा और परिश्रम को दर्शाती है, बल्कि भारत में कौशल आधारित शिक्षा और क्षमता विकास को और मजबूत करने में टोयोटा की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।

टीटीटीआई का प्रशिक्षण मॉडल ची–टोकू–ताई सिद्धांत (ची ज्ञान, टोकू समृद्ध व्यक्तित्व, ताई स्वस्थ शरीर) पर आधारित है। इस सिद्धांत के तहत छात्रों को प्रतियोगिताओं, वेबिनार और प्रैक्टिकल लर्निंग प्लेटफॉर्म में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है, ताकि उनमें सकारात्मक सोच, अनुशासन, नवाचार और टीमवर्क जैसे गुण विकसित हो सकें। अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के एग्ज़िक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट (फाइनेंस एवं एडमिनिस्ट्रेशन) श्री जी. शंकरा ने कहा हमें टीटीटीआई के छात्रों की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर अत्यंत गर्व है। यह सफलता उनकी निरंतर मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का परिणाम है। टीटीटीआई में हम छात्रों में प्रतिस्पर्धात्मक भावना के साथ-साथ जिज्ञासा, नवीन सोच और समस्या-समाधान की क्षमता विकसित करने पर विशेष ध्यान देते हैं। टीटीटीआई के माध्यम से हमारा उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को वैश्विक स्तर का तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें उद्योग-तैयार बनाना है। इस दिशा में हम स्किल इंडिया मिशन और विकसित भारत 2047 जैसे राष्ट्रीय लक्ष्यों में सार्थक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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