गेल ने Q1 FY-26 में ₹34,792 करोड़ की आय और ₹1,886 करोड़ का मुनाफा किया दर्ज
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, मंगलवार 22 जुलाई 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। गेल (इंडिया) लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY-26) में ₹34,792 करोड़ की संचालन से आय दर्ज की है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही (Q1 FY-25) में ₹33,692 करोड़ थी। इस तिमाही में कंपनी का कर पूर्व लाभ (PBT) ₹2,533 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹3,642 करोड़ था। कर पश्चात लाभ (PAT) ₹1,886 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹2,724 करोड़ था। तिमाही-दर-तिमाही तुलना करें तो Q1 FY-26 में संचालन से आय ₹34,792 करोड़ रही, जबकि पिछली तिमाही (Q4 FY-25) में यह ₹35,707 करोड़ थी। कर पूर्व लाभ Q1 FY-26 में ₹2,533 करोड़ रहा, जो Q4 FY-25 में ₹2,701 करोड़ था। इसी तरह, PAT Q1 FY-26 में ₹1,886 करोड़ रहा, जो Q4 FY-25 में ₹2,049 करोड़ था। कंसोलिडेटेड आधार पर, Q1 FY-26 में संचालन से कुल आय ₹35,429 करोड़ रही, जबकि Q4 FY-25 में यह ₹36,551 करोड़ थी। इस दौरान कंपनी का कर पूर्व लाभ ₹3,029 करोड़ और PAT (गैर-नियंत्रण हितों को छोड़कर) ₹2,369 करोड़ रहा।
गेल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि कंपनी ने मौजूदा तिमाही में लगभग ₹3,176 करोड़ का पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) किया है। यह खर्च मुख्यतः पाइपलाइन, पेट्रोकेमिकल और जॉइंट वेंचर्स में इक्विटी योगदान पर किया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि गेल को पेट्रोलियम और नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड (PNGRB) से जामनगर-लोनी एलपीजी पाइपलाइन की क्षमता को 3.25 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 6.5 एमएमटीपीए करने की अनुमति मिल गई है। इस प्रोजेक्ट में करीब ₹5,000 करोड़ का निवेश अनुमानित है और इसे तीन वर्षों में पूरा किया जाएगा। इससे CO₂ उत्सर्जन में कमी आएगी और सड़क दुर्घटनाओं व रिसाव की घटनाएं भी घटेंगी। गेल को लगातार सातवें वर्ष FTSE4Good इंडेक्स सीरीज में शामिल किया गया है, जो कंपनी की मजबूत सततता नीति और पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक (ESG) प्रदर्शन को दर्शाता है।
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