बर्थ पिल लेने के 1 दिन के अंदर महिला के शरीर में क्या होता है?

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शुक्रवार 8 अगस्त 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। महिला हो या पुरुष आजकल सबकी प्राथमिकताएं बदल गई हैं। महिलाएं भी समान रूप से घर की जिम्मेदारियां उठा रही हैं ऐसे में प्रेगनेंसी टालने के लिए वह बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करती हैं। ऐसे पिल्स के सेवन से आपके शरीर पर क्या असर होता है और यह कैसे कार्य करता है, इसे जानना बहुत जरुरी है। आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा के अनुसार ओव्यूलेशन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो किसी भी स्वस्थ महिला को हर महीने होता है। उसे रोकने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल करने से उनके शरीर के अंदर हॉर्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है जिसकी वजह से त्रिदोषो का संतुलन भी अनियंत्रित हो जाता है। बर्थ कंट्रोल पिल्स लेने के बाद शरीर में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर सामान्य से ज्यादा हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप ओव्यूलेशन नहीं होता है। जब ओव्यूलेशन ही नहीं होगा तो असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने के बाद भी फर्टिलाइज़ेशन नहीं होगा और महिला गर्भधारण नहीं कर पाएगी। 

बर्थ पिल लेने के बाद महिला के शरीर में अंडोत्सर्ग के लिए जिम्मेदार हॉर्मोन जैसे कि FSH और LH का स्तर कम  हो जाता है। बर्थ पिल खाने से महिलाओं के यूटेरस की परत सामान्य से ज्यादा पतली हो जाती है जिसकी वजह से जिसकी वजह से अगर फर्टिलाइज़ेशन हो भी जाए तो गर्भाशय की स्थिति ऐसी नहीं होती है कि वहां भ्रूण विकसित हो सके। बर्थ पिल लेने के बाद महिला के गर्भाशय के द्वार पर ऐसी संरचना बनने लगती है जिससे स्पर्म अंडे तक नहीं पहुँच पाती है और महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है। बर्थ पिल खाने से महिला के पाचन तंत्र पर असर होता है जिससे 1 दिन के अंदर उन्हें मतली आनी शुरू हो जाती है। उसके बाद उनके पेट में दर्द भी हो सकता है। भूख ज्यादा लगती है और सिरदर्द भी हो सकता है।

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