महिला समिट 2025 सशक्तिकरण और नवाचार के दस वर्षों का शानदार उत्सव

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, मंगलवार 11 नवंबर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। वीमेन मैनिफेस्टो के तत्वावधान में वीमेन समिट 2025 का भव्य आयोजन शनिवार को नई दिल्ली के लोदी रोड स्थित इंडियन सोशल इंस्टीट्यूट में हुआ। यह कार्यक्रम संगठन की दस वर्ष की प्रेरणादायक यात्रा का उत्सव था, जिसने शिक्षा, उद्यमिता और नेतृत्व के क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें एक साझा मंच पर जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। समिट की शुरुआत पंजीकरण और आत्मीय नेटवर्किंग सत्र से हुई। इसके बाद महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्टअप्स की प्रदर्शनी लगाई गई, जहाँ युवा उद्यमियों ने अपने नवोन्मेषी उत्पादों और व्यावसायिक विचारों का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी ने महिलाओं की सृजनशीलता, साहस और दृढ़ता को दर्शाया और उद्यमियों, मार्गदर्शकों तथा निवेशकों के बीच उपयोगी संवाद का अवसर प्रदान किया।

कार्यक्रम का औपचारिक आरंभ वीमेन मैनिफेस्टो की अध्यक्ष सुश्री स्वालिहा सी.ए. के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का अभिवादन किया और संगठन के उद्देश्य को दोहराते हुए कहा कि यह मंच महिलाओं की आवाज़ को बुलंद करने और उन्हें समाज में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है। इसके बाद महासचिव डॉ. शार्नस मुथु ने संगठन की दस वर्षों की उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 2012 के निर्भया कांड ने उन्हें और उनकी टीम को यह सोचने पर मजबूर किया कि एक ऐसा मंच बनाया जाए जो महिलाओं के अधिकारों, सशक्तिकरण और नेतृत्व को नई दिशा दे। मुख्य अतिथि डॉ. रश्मि सिंह, आईएएस, सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, ने अपने प्रेरक उद्बोधन में उपस्थित महिलाओं के समर्पण और सामाजिक बदलाव की दिशा में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण बहुआयामी प्रक्रिया है, जो कानूनी, आर्थिक, राजनीतिक और शैक्षिक क्षेत्रों को समेटे हुए है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे एक-दूसरे का सहयोग करें और नेटवर्किंग के माध्यम से सामूहिक प्रगति की दिशा में कार्य करें।

कार्यक्रम के दौरान वीमेन मैनिफेस्टो अवार्ड 2024 प्रदान किए गए। इस वर्ष के पुरस्कार लक्ष्मी मिनी, रुबिना परवीन और शीबा आमिर को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किए गए। लक्ष्मी मिनी, जो साइबर क्राइम हस्तक्षेप की विशेषज्ञ हैं, ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की। रुबिना परवीन, एक सामाजिक उद्यमी, ने कहा कि महिलाएं यदि अपने सपनों के प्रति दृढ़ रहें तो कोई भी बाधा उन्हें रोक नहीं सकती। गेस्ट ऑफ ऑनर सुश्री राशेदा हुसैन, आईआरएस (सेवानिवृत्त) ने अपने संबोधन में वीमेन मैनिफेस्टो की टीम की सराहना की और कहा कि महिलाओं के बीच एकता और आपसी सहयोग ही सशक्त समाज की असली नींव है।

समिट के विशेषज्ञ सत्र बेहद प्रेरणादायक रहे। सुश्री सबीना कमाल, ने अपने उद्यमी सफर को चार पी प्रार्थना, धैर्य, दृढ़ता और संभावनावाद  के सिद्धांत पर आधारित बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को तकनीक का उपयोग जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ करना चाहिए और हमेशा अपने उद्देश्य से जुड़ा रहना चाहिए। शिक्षिका और शोधकर्ता डॉ. रम्सा जान ने कहा कि महिलाएं जन्मजात रूप से सृजनशील और दृढ़निश्चयी होती हैं; वे विचारों को क्रियान्वित कर समाज में बदलाव ला सकती हैं। कार्यक्रम के समापन सत्र में पुरस्कार विजेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद वीमेन मैनिफेस्टो की कार्यकारिणी सदस्य सुश्री डॉली सिद्दीकी ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। समिट का समापन सामूहिक फोटोग्राफ और नेटवर्किंग लंच के साथ हुआ, जहाँ प्रतिभागियों ने नए सहयोग और सहभागिता की संभावनाओं पर चर्चा की। वीमेन समिट 2025 विचारों, प्रेरणाओं और पहलों का संगम बनकर उभरी  एक ऐसा मंच जिसने महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव मनाया और एक अधिक समान, सशक्त तथा जुड़ी हुई दुनिया की दिशा में नए संकल्पों को जन्म दिया।

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