नवा रायपुर में बाल्य हृदय शल्यचिकित्सा रोगियों का अब तक का विशालतम समागम
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, शनिवार 8 नवंबर 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त बाल्य हृदय शल्यचिकित्सा रोगियों के विशालतम समागम की शोभा बढ़ाई। श्री सत्य साई संजीवनी बाल्य हृदय चिकित्सालयों के संस्थापक सद्गुरु श्री मधुसूदन साई द्वारा स्वागत के उपरांत प्रधानमंत्री ने विभिन्न आयु-वर्गों के उन 2500 बच्चों से संवाद किया, जिन्हें गिफ़्ट ऑफ़ लाइफ़ पहल के अंतर्गत निःशुल्क जीवनरक्षक हृदय शल्यचिकित्साएँ प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा जब हम वर्ष 2047 तक विकसित भारत की चर्चा करते हैं, तो प्रत्येक राज्य उसी दिशा में अग्रसर हो रहा है। यह प्रयास किया जा रहा है कि हमारा भविष्य, हमारी युवा पीढ़ी, स्वस्थ रहे। वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन के बाल्य हृदय चिकित्सालयों की विश्व की विशालतम निःशुल्क चिकित्सालय शृंखला के एक अंग के रूप में, नवा रायपुर का श्री सत्य साई संजीवनी सेंटर फ़ॉर चाइल्ड हार्ट केयर जन्मजात हृदय रोगों से पीड़ित बच्चों को उन्नत, विश्वस्तरीय हृदय संरक्षण प्रदान करने हेतु साधनारत है। यह चिकित्सालय शृंखला— कर्म में करुणा को समाविष्ट कर बच्चों को स्वास्थ्य, आशा एवं गरिमा प्रदान करते हुए उन्हें अपनी आकांक्षाएँ पूर्ण करने में सक्षम बनाती है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर, वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन के संस्थापक सद्गुरु श्री मधुसूदन साई ने कहा व्यवसायीकरण रहित करुणा ही नन्हें हृदयों की धड़कन को पुनर्स्थापित करने का एकमात्र समाधान है!” उन्होंने यह अभिव्यक्त करते हुए इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री के प्रति हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त की, कि सच्चा दृष्टिकोण किस प्रकार से राष्ट्र के महत्वपूर्ण स्तंभों को सुदृढ़ कर सकता है। वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन के प्रतिष्ठित संरक्षकगण— डॉ. सी. श्रीनिवास, श्री सुनील गावस्कर, श्री विवेक नारायण गौर, श्री बी. एन. नरसिंह मूर्ति एवं श्री वी. कृष्णन – मिशन की उस उपलब्धि का उत्सव मनाने हेतु एकत्रित हुए, जो वस्तुतः ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना तथा इस आदर्श को प्रतिध्वनित करती है कि स्वास्थ्य-सेवा एक अधिकार है, विशेषाधिकार नहीं। यह मान्यता, वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन की सभी के लिए निःशुल्क, विश्व-स्तरीय, सुगम एवं न्यायसंगत हृदय देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। अब तक इस मिशन ने भारत और विदेशों में जन्मजात हृदय-दोषों से पीड़ित 37,000 से अधिक बच्चों का उपचार किया है। यह करुणा की उस शक्ति का स्मरण कराता है, जो समस्त सीमाओं से परे है।


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