रामकथा में प्रभु राम और भरद्वाज मुनि संवाद का रोचक वर्णन किया
शब्दवाणी सम्माचार टीवी, रविवार 13 अप्रैल 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), गौतमबुद्ध नगर। सेक्टर 82 स्थित ईडब्ल्यूएस पॉकेट 7 में आयोजित श्रीराम कथा के सातवें दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी पंचमानंद महाराज ने आगे का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि भगवान राम, लक्ष्मण,सीता और गृह राज निषाद के साथ गंगा पार उतरकर मां गंगा को प्रणाम करके आगे बढ़ते हैं। प्रयागराज पहुंचकर वह त्रिवेणी में स्नान करते हैं और मुनि भारद्वाज जी के आश्रम पहुंचते हैं। मुनि की दंडवत प्रणाम करते हैं और भारद्वाज जी उनको गले से लगाकर आशीर्वाद देते हैं। भारद्वाज जी आनन्द मग्न हो जाते हैं और सोचते हैं कि आज हमारी तपस्या सफल हो गई , मेरा जीवन धन्य हो गया। मुनि प्रभु राम सहित सभी को पवित्र आसान बैठने के लिए देते हैं और खाने में कंद मूल फल देते हैं। सभी प्रकार से संतुष्ट कर प्रभु की वंदना करते हैं लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम कहते हैं कि हे मुनि जिस को आपका आशीर्वाद मिल जाता है वही बड़ा हो जाता है। रात्रि विश्राम के बाद प्रभु राम मार्ग पूछकर आगे के लिए प्रस्थान कर जाते हैं। कथा पंडाल में प्रातः 5 बजे से 10 बजे तक हनुमान जन्मोत्सव पूरे धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान विद्वान आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजन कराया गया। पूजन के दौरान पूरा पंडाल खचाखच भरा रहा और भक्तिमय भजनों ने माहौल को राम मय कर दिया। इस अवसर पर आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 13 अप्रैल को राम भरत मिलाप सहित कई प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा। इस मौके पर देवमणि शुक्ल , रवि राघव, गोरे लाल, रमेश वर्मा, संजय पांडे, हरि सिंह, संजय शुक्ला, रमेश दास, जितेंद्र सतपति, उमाकांत त्रिपाठी, विष्णु शर्मा, विकास शर्मा, विश्वनाथ त्रिपाठी, गौरव, रविंद्र कुमार ,हंसमणि शुक्ला, अंगद सिंह तोमर, देवेंद्र गुप्ता, बहादुर चौहान,संदीप, संगम प्रसाद मिश्रा, प्रकाश जोशी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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