हिन्दू विरोधी जज कुत्तों पर नहीं हिन्दू धर्म पर हमला कर रहे हैं : हिन्दू संगठन

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, बुधवार 13 अगस्त 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), नई दिल्ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई हिन्दू संगठनों की बैठक में हिन्दू संगठनों ने पालतू कुत्तों को दिल्ली से हटाये जाने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की जमकर आलोचना की। बैठक में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि कुत्ते भैरव देव का वाहन है और भैरव भगवान शंकर का उग्र रूप है। कुत्ते को खाना खिलाने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं । कुत्तों को पकड़कर यातना देने में शामिल सभी हिन्दू विरोधियों के लिये काल भैरव साक्षात मौत है। बैठक में अटल जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बम बम महाराज ने कहा कि हम हिन्दुओं के चूल्हे की पहली रोटी गाय के लिये निकलती हे ओर आखरी रोटी कुत्ते के लिये निकलती है। सर्वोच्च न्यायालय के जे बी पारदी वाला जैसे जज एक मात्र एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं। जज जे बी पारदी वाला का कुत्तों को पकड़ने का यह आदेश हिन्दू विरोधी ओर हिन्दुओं की धार्मिक आस्था पर हमला तो है ही साथ ही दिल्ली सरकार की अर्थव्यवस्था पर 15 हजार करोड़ का बोझ डालकर भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार को बर्बाद करने की केजरीवाल जैसे देशद्रोही नक्सलवादी की साजिश में शामिल होना भी है।

बैठक में धर्म रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मानिक देशमुख ने कहा कि पशु क्रूरता कानून 1960 की धारा 2घ में गली मौहल्ले के कुत्तों को अंशतः सधाये हुए पालतू पशु कहा गया है। ऐसे में जो जज ओर वकील हमारे पालतू कुत्तों को आवारा पशु कह कर गाली दे रहे हैं, उन्हें कोई भी फैसला देने से पहले भारत सरकार के कानून को पढ़ लेना चाहिये। सर्वोच्च न्यायालय के जज किसी मामले में स्वतः संज्ञान लेकर खुद ही फरयादी और खुद ही काजी बन रहे है यह न्याय के नैसर्गिक सिद्धान्त के विपरित है। जो जे बी पारदीवाला ने किया वही ईसाई जज आगस्टीन जॉर्ज मसीह और अभय श्री निवास ओका ने दिवाली के पटाखों के खिलाफ सवतः संज्ञान लेकर किया। ये जज अपने हिन्दू विरोधी और अर्थव्यवस्था को चौपट करने के अजेन्डे में इतने मशरूफ हो गये कि बिना पुनर्विचार याचिका लगाये ही इन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के ग्रीन पटाखें बनाने बेचने के फैसले को बदल दिया। जबकि दिल्ली प्रदूषण नियन्त्रण समिति की रपट कहती है कि दिवाली के पटाखों में कोई प्रदूषण होता ही नहीं। हिन्दू संगठनों ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, कानूनमंत्री, पशुपालन मंत्री और सांसदों से गुहार लगायी कि वें सर्वोच्च न्यायालय के इन सभी कानून का पालन न करने वाले हिन्दू विरोधी जजों पर महाअभियोग चलाकर उन्हें संसद के इसी सत्र में बर्खास्त करने की मांग किया। 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया से निलंबित पूर्व अध्यक्ष एस.कुमार ने गैर कानूनी तरिके से किया सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का विस्तार, जल्द होगी कानूनी कार्यवाही

दुबई में सोनाली बुधरानी बनीं हॉटमॉंड मिसेज इंडिया वर्ल्डवाइड 2025 की विजेता