मध्य प्रदेश के अर्जुन पुरस्कार विजेता को भी आजीवन पेंशन मिले : कृपाशंकर पटेल

शब्दवाणी सम्माचार टीवी, सोमवार 28 अप्रैल 2025 (प्रबंध सम्पादकीय श्री अशोक लालवानी 8803818844), भोपाल। अर्जुन पुरस्कार भारत सरकार द्वारा खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है। यह भारत का दूसरा सर्वोच्च खेल सम्मान है, जो खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन और नेतृत्व क्षमता के लिए दिया जाता है। कुछ राज्य सरकारें अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को आजीवन पेंशन देती हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा नहीं दिया जाता है। जबकि अर्जुन पुरस्कार विजेता को हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में 20,000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाती है। लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा नहीं किया जाता, मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता इस बात से दुखी हैं। हरियाणा में राज्य सरकार भीम पुरस्कार विजेताओं को अनेक आजीवन सुविधाएं प्रदान करती है, जबकि मध्य प्रदेश सरकार विक्रम, विश्वामित्र और एकलव्य पुरस्कार विजेताओं को कोई आजीवन सुविधा प्रदान नहीं करती है। जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जो स्वयं एक पूर्व पहलवान हैं वो इस दर्द को भली भाँति समझते होंगे।  मध्य प्रदेश में सर्वोच्च पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ियों को भी आजीवन सुविधा और पेंशन योजना में शामिल किया जाना चाहिए, जैसे अन्य राज्यों में खिलाड़ियों को पेंशन देकर उन्हें सम्मानित किया जाता है, इससे युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी और वे अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित होंगे। इससे आने वाले खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और वे खेलों की ओर आकर्षित होंगे, उन्हें लगेगा कि अगर हम खेल के माध्यम से अपने जीवन में और देश के लिए कुछ भी अच्छा करते हैं, तो सरकार और समाज आपको जीवन भर प्रोत्साहित और पुरस्कृत करेगा इससे मध्य प्रदेश में खेलों का भी विकास होगा और युवा भी खेलों की ओर आकर्षित होंगे।

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